भोपाल. पथरिया से बसपा विधायक रामबाई ने कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र का पालन न होने पर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सवाल उठाया कि युवाओं को रोजगार देने की जगह उनका रोजगार छीना जा रहा है। संविदा कर्मचारियों को नियमित करने की जगह उन्हें बाहर किया जा रहा है। आखिर समझ नहीं आ रहा...इस सरकार में चल क्या रहा है। रामाबाई ने ये भी कहा कि सरकार के पास कोई उपाय नहीं है, नहीं तो वो चीन जैसी बीमारी फैलाकर सबको मरवा दे।
दरअसल, रामबाई भोपाल में अपने निवास पर सहकारिता विभाग से बाहर किए गए संविदा कंप्यूटर ऑपरेटरों की समस्या सुन रही थी। उन्होंने ऑपरेटरों को बाहर करने पर कहा कि लहार के विधायक और सहकारिता मंत्री डॉ. गोविंद सिंह को ईश्वर ने बच्चे दिए हैं..उन्हें समझना चाहिए...समझ नहीं आ रहा...यह मंत्री कर क्या रहा है...भोपाल में बैठकर बिजनेस चला रहा है..जो देता है उसे बुला लेते हैं, जो नहीं देता, उसे बाहर कर देते हैं। मैं सीएम के पास जाती हूं, अपनी प्रॉब्लम नहीं बता पाती, आप लोगों की बताती हूं...मुझे खुद समझ में नहीं आता... वचन पत्र में जो है...और हो क्या रहा है।
'प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं...मात्र कमलनाथ की सरकार'
उन्होंने कहा कि प्रदेश में फुलफ्रेस सरकार तो है नहीं... कांग्रेस की सरकार है नहीं...मात्र कमलनाथ की सरकार है...कांग्रेस की सरकार होती तो बीजेपी से गई गुजरी होती...वो तो कमलनाथ हैं तो ठीक है...अधिकारी भोपाल बैठकर धंधा बिजनेस चला रहे हैं... सरकार के वचन पत्र में है, रोजगार दूंगा...मगर सरकार पहले से लगे कर्मचारी हटा रहे हैं...पूरे अधिकारी बीजेपी के शासन के बैठे हैं...मंत्रियों का दिमाग घुमाए हैं...अब यह लोगों को बाहर करेंगे और दूसरों से ले देकर उन्हें अंदर करेंगे...नौजवानों को आत्महत्या के लिए मजबूर किया जा रहा है...जब से सरकार बनी है...एक ही काम चल रहा है..सभी को बाहर किया जा रहा है...एक भी प्रमाण नहीं है...जिसमें 100 लोगों को भर्ती किया हो...सभी को कच्चे-पक्के में नहीं करेंगे, उन्हें बाहर करेंगे।
सीएम तक सच्चाई नहीं पहुंच रही...यहां पर मंत्री और अधिकारी गेम डाल रहे हैं। इस बीच उन्होंने कहा कि किसी के मरने किसी का कुछ नहीं होता, सब मर जाए तो कोई फर्क नहीं पड़ता सरकार को। कोई उपाय नहीं है तो नहीं जो चीन जैसी बीमारी फैला दें। यहां पर बता दें कि इससे पहले निवाड़ी के कुड़ीला में पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी वचन पत्र को लेकर सड़क पर उतरने का बयान दिया था।